तमग़े और ईनामात
(Medals And Prizes)
- एनायत एवार्ड (Enayeth Award) बराए उस्ताद (Teacher):
बयादगार जनाब इनायत खान बानी ए यतीमखाना इस्लामिया गया जिन्होंने मुस्लिम लड़कियों का यतीमखाना गया के कयाम का तुखय्यील पेश किया था। इनायत एवार्ड सिर्फ उन्ही उस्ताद को दिया जाए गा। जिनके मजमून में तालिबात बिहार सेकेण्डरी स्कूल एक्जामिनेशन बोर्ड के इम्तहान मैट्रिक (Matric) में सबसे ज्यादा नम्बर लाएँगी।
- हाफिज़ा हो जाने वाली तालिबात को एक सिलाई मशीन कुछ रक़म और एक अहलियती सनद दी जाएगी।
- जिस्मानी वरज़िश (Drill) व पी0 टी0 (P.T.) में अव्वल दोम और सोम आने वाली तालिबा को भी ईनाम से नवाजा जाए गा।
- ऐसी मोअल्लिमात को भी इनाम दिया जाएगा जो यतीम बच्चियाें के साथ प्यार व मुहब्बत से अपनी माँ, बहन और बेटी की तरह पेश आएँगी और सुलूक करेंगी।
ईनाम (Award)
मुन्दरिजा ज़ेल तालिबात और असातेज़ह व मुअल्लिमात को भी एवार्ड दिये जाएँगे।
- हर दर्जा में फर्स्ट आने वाली तालिबा को।
- बिहार स्कूल एक्ज़ामिनेशन बोर्ड के मैट्रिक (Matric) के इम्तहान में फर्स्ट, सेकेण्ड और थर्ड़ पोजीशन लाने वाली तालिबा को।
- पूरे स्कूल के सभी बच्चाें के दरम्यान सबसे अव्वल पोज़ीशन लाने वाली तालिबा को।
- उस तालिबा को जो पुरे साल में कभी दर्जा से गैर हाजिर नहीं हुई है।
- उस उस्ताद को जो कभी क्लास से गैर हाजिर नहीं हुए हैं।
- उन तालिबात को जो हम्द,नात,जेनरल नॉलज, तक़रीर, किताबत, मज़मून नवेसी, अदबी बहस व मुबाहसा, ड्राईंग मुक़ाबला, ड्रामा बच्चों का फर्जी मुशाएरा, बैतबाज़ी, वग़ैरह में फर्स्ट सेकेण्ड और थर्ड पोज़ीशन लाएँगी।
- उन तालिबात को जिन्हें तालीमी हफता, जलसा-ए-सीरतुन्नबी, और जलसा यौम-ए-तासीस (21 दिसम्बर) के मौके पर अच्छी कार करदगी के लिए फर्स्ट सेकेण्ड और थर्ड पोजी़शन करार दिया जाए गा।
- उन तालिबात को जो नुमाइश के लिए बहुत ही बेहतरीन क़िस्म का नमूना पेश करेंगी।
- जिन तालिबात का हॉल या कमरा सबसे ज्यादा साफ सुथरा करार दिया जाएगा,,अव्वल,दोम व सोम, को इनाम से नवाज़ा जाएगा।
- तालीमी साल के दौरान उन तालिबात को जिन की तहज़ीब और अख़लाक़ ओ मुआशरात में सब से बेहतर क़रार दिया जाएगा (बेहतरीन कार कर्दगी का इनाम) अव्वल,दोम व सोम दिया जाएगा।
- उन तालिबात को जो खेलाें के मुकाबले में फर्स्ट,सेकेण्ड, और थर्ड पोजीशन हासिल करेंगी (खेलों के मुकाबले पी0 टी0 (P.T.) और इब्तदाई ईलाज (First Aid) वगैरह मुन्दरजा जे़ल खेलाें का मुज़ाहरा जैसे कबड्डी, रस्सी, खींचना, लम्बी कूद, ऊँची कूद, छोटी, बच्चियों के लिए कुर्सी (Musical Chair) का मुक़ाबला, संतरा रेस, जलेबी रेस, रूमाल झपट, तीन टाँग की दौड़) वगैरह।
- उन तालिबात को जो सब से ज़्यादा तादाद में एवार्ड हासिल करें गी।
- खिदमत-ए-खल्क़ के कामों में सबसे ज़्यादा हिस्सा लेने वाली तालिबात को भी इनाम से नवाज़ा जाए गा। मसलन मरीज तालिबात की तीमारदारी और अपने से नीचे छोटी बच्चियों की निगरानी अपनी बहन की तरह करना अैार किसी हादसा के वक़्त जान पर खेल कर किसी को बचाना या कोई ऐसा कारनामा अंजाम देना जो सबको हैरत में डाल दे वगैरह।
तालीमी वज़ाएफ (Merit Scholarship)
अहलियती स्कॉलरशीप (वज़ीफा)
स्कूल और हिफ़्ज़-ओ-व तजवीद दोनों तालिबात के लिए
ये स्कॉलरशीप (वजीफा) दर्जा हशतुम (VIII) और दर्जा दहुम (X) की उन तालिबात को दिया जाएगा जो दर्जा हफ्तुम (VII) और दर्जा नहुम (IX) के सालाना इम्तहान में पहली तीन पोजी़शन हासिल करेंगी।
1. बराए दर्जा हशतुम 8 (Class VIII)
दर्जा हशतुम (VIII) की उन तालिबात को जो दर्जा हफतुम (VII) के सालाना इम्तहान में फर्स्ट, सेकेण्ड,, और थर्ड पोजी़शन हासिल करेंगी,उन्हें (40 रू0), (30रू0)
और (20रू0) माहाना वज़ीफा (10) महीने तक दिया जाएगा।
2. बराए दर्जा दहुम (Class X):
दर्जा दहुम (X) की उन तालिबात को जो दर्जा नहुम (IX) के सालाना इम्तहान में फर्स्ट, सेेकण्ड और थर्ड पोजी़शन हासिल करेंगी,उन्हें (40 रू0)' (30 रू0 और 20, रू0) माहाना
वजीफा दस (10) महीने तक दिया जाएगा।
3. शोबा हिफ़्ज़-ओ-तजवीद:
वो तालिबात जो कुरान का ज़्यादा से ज़्यादा हिस्सा याद कर लेंगी और सालाना इम्तहान में फर्स्ट सेकेण्ड और थर्ड पोजी़शन हासिल करेंगी,उन्हें 50,, रू0,40 रू0 और 30, रू0, माहाना
वजीफा कुल दस (10) महीने तक दिया जाएगा।
नोट (Note) : अहलियती स्कॉलरशीप (वज़ीफा) सिर्फ उन्ही तालिबात को दिया जाएगा जो अदारह में तालीम जारी रखेंगी।