मुस्तक़बिल का मंसूबा (Future Plan)
अल्लाह के फ़ज़ल से अदारह 21 दिसम्बर 1986 को कुर्बानी और ख़िदमत के पाकी़ज़ा मिशन (Holy Mission) के तहत वजूद में आया है। अब इसके पास मुस्तक़बिल के कामों की लम्बी फेहरिस्त है। जिस के लिए काफी मिकदार में माली तआवुन की जरूरत है। फिलहाल यतीमख़ाना एक खपड़ैल मकान और नामुकम्म्ल सेह मंज़िला इमारत में चल रहा है। जो स्कूल और बोर्डिगं दोनों कें लिए इस्तेमाल किया जाता है। मौसमे गरमा और मौसमे बरसात में खुसूसी तौर पर तालिबात को बहुत तकलीफ उठानी पड़ती है। मौजूदा सूरते हाल एक तरक़्क़ी याफता मुआशरा की ज़रूरतों और उम्मीदों के मुताबिक तश्फ्फी बख़्श नहीं है। इसकी एक अपनी मुक्क्मल इमारत हर शोबा के लिए होना इस की बुनियादी जरूरतों में से एक है।
मुस्तक़बिल का मंसूबा और फौरी ज़रूरियात
(Future Plan and Urgent Needs)
यतीमख़ाना के पास मुस्तक़बिल के लिए खुश आइंद मंसूबे हैं उन में से कुछ मुन्दरजा जे़ल है।
- शशमाही मैगज़ीन "दुर्रे यतीम (DURR-E-YATEEM) और सालाना मैगज़ीन निदाए यतीम (Voice of Orphan Girls) यतीम बच्चियों की आवाज़ "की अशाअत जल्द ही शुरू होने वाली है।
- मुस्लिम लड़कियों का यतीमख़ाना गया के स्कूल को तरक़्क़ी देकर कॉलेज बनाना ओर आला तालीम के लिए इसे अरबी युनिर्वसिटी(Gaya Muslim Girls’ Orphan Arabic University) की शकल में तब्दील करना है।
नोट आला अरबी इस्लामी तालीम 6 साल जहाँ दर्जा हश्तुम (VIII) या मैट्रिक पास करने के बाद तालिबात का आलमियत अरबी अव्वल से तालीम का आग़ाज़ और साल ब साल दर्जात का इजाफा करते हुऐ
फ़जीलत तक की तालीम देना।
- आलमियत के लिए, आला अरबी, तालीम,, सिनियर सेकेन्डरी सतह तक 4 साल
- फज़ीलत डिगरी सतह तक 2 साल
- एडवांस इस्लामिक स्टडीज़ इस्लाम और दीगर मज़ाहिब मसलन हिन्दू मज़हब, इसाई मज़हब, यहूदी मज़हब का तक़ाबली सरसरी मुतालआ।
3. हज़रत उम्म सलीम बिंत मलहान नर्सिगं ट्रेनिंग स्कूल का क़याम
(Establishment of Hazrat Umm-Saleem-Bint-Malhan Nursing Training School)
यह इंसानी ख़िदमत का एक अहम जरिया है। हुज़ूर नबी करीम सललल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया कि मख़लूक़ की ख़िदमत ही ख़ालिक़ की ख़िदमत है (हदीस मुस्लिम) जो मुस्लिम लड़कियाँ नर्सिग सीखने की ख़्वाहिश रखती हैं उन मुस्लिम लड़कियों को पर्दा (Purdah) में रखकर तालीम देने वाली नर्सिंग ट्रेनिंग स्कूल की जरूरत है। अदारह उन मुस्लिम लड़कियों और औरतों की ख़्वाहिश को पूरा करने की कोशिश कर रहा है। जो नर्सिंग की तरबियत लेना चाहती हैं यतीमखाना मुस्लिम लड़कियों और औरतों के ख़्वाब को हक़ीक़त में बदलने की कोशिश कर रहा है। जिस के लिए एक बड़े हॉल की ज़रूरत है।
- असातज़ा का तरबीयती स्कूल (Teachers’ Training School) का क़याम
- तीन सौ (300) यतीम बच्चियों और तीन सौ (300) गैर यतीम बच्चियों के लिए एक डाईनिग हॉल के साथ एक रिहाइशी इमारत की तामीर।
याद रखें मुस्लिम लड़कियों का यतीमखाना गया का मौजूदा होस्टल सिर्फ 130 लड़कियों के रहने के लायक है। फिलहाल 180 बच्चियों का बोझ तशवीशनाक है। यतीम बच्चियाें के दाखले का मुतालबा इस की गुंजाइश से काफी ज़्यादा है। हर साल काफी तादाद में दरख़्वास्तें सहूलियात और आमदनी की कमी के बाएस वापिस कर दी जाती हैं।
- जलसागाह और मस्जिद नमाज़ का हॉल के लिए एक बड़े हॉल की ज़रूरत है।
- कॉमन रूम,(टेबिल टेनिस बैडमिंटन और दीगर खेलाें के लिए ) के तौर पर इस्तेमाल के लिए एक बड़े हॅाल की ज़रूरत है।
- रीडिंग रूम (दारूल मुतालआ ) के साथ लाईब्रेरी के लिए भी एक बड़े हॉल की ज़रूरत है।
9. अल्लामा सैयद सुलेमान नदवी कम्प्यूटर ट्रेनिंग सेन्टर
(Allama Syed Sulaiman Nadvi Computer Training Centre)
अल्लामा सैयद सुलेमान नदवी रह0 की याद में यह सेन्टर का़यम किया गया है यह हिन्दुस्तान के बहुत बडे मशहूर पाया के माया नाज़ आलिम-ए-दीन, मशहूर इस्लामी स्कॉलर (Scholar) सवानेह निगार और मोअर्रिख (तारीखदाँ) थे। कम्प्यूटर हमारी जिन्दगी के हर शोबे की ज़रूरत है कम्प्यूटर सिर्फ र्साइंस, सनअत, आमदो रफ़्त के ज़राए, खबर रसानी के वसाएल, सेहत, सिंचाई, मौसम के मुताल्ल्क़ि पेशनगोई के लिए ही ज़रूरी नहीं है बल्कि तालीम के लिए भी लाज़मी है। फिलहाल यह एक कमरे में चल रहा है। जबकि कम्प्यूटर ट्रेनिंग सेन्टर के लिए एक बड़ा हॉल और 5 सेट कम्प्यूटर की फौरी ज़रूरत है।
- स्टाफ कवाटर्स (Staff Quarters): असातज़ा और दूसरे स्टाफ के लिए कमरों की तामीर
- मेहमान खाना (Guest House): सिर्फ मेहमानों के लिए मर्द और ख़्वातीन के लिए अलैहदा अलैहदा मेहमान खानों की तामीर
- बावरची ख़ाना मय डाइनिंग हॉल (Kitchen Room & Dining Hall): खाना बनाने के लिए बावरची ख़ाना (Kitchen) और ख़ाने के लिए अलैहदा डाइनिगें हॉल (Dining Hall) की तामीर अव्वलीन ज़रूरत है।
12(A) जाबिर बिन हय्यान साइंसी तजुरबागाह
(Jabir Bin Hayyan Science Laboratory)
जाबिर बिन हय्यान की याद में यह साइंस लैबोरेटरी कायम की गई है जो एक मशहूर मुसलमान साइंसदाँ इल्म किमिया (Chemistry) के माहिर थे। यह साइंस लैबोरेटरी एक कमरे Room) में चल रही है इस के लिए एक बड़े और वसीअ हॉल की फ़ौरी ज़रूरत है।
13. फातिमा बिंत अबदुल्लाह तराबलिसी इलाज घर
(Fatimah Bint-Abdullah Trablisi Sick Room)
इस को दस 10 बिस्तरों पर मुशतमिल अस्पताल में तब्दील करना है मअ क्वाटर्स (मसलन डॅाक्टर कम्पाउन्डर नर्स वग़ैरह के साथ) इस मक़सद के लिए एक बड़े हॉल की तामीर अव्वलीन ज़रूरत है।
- इमारत की खाली ज़मीन पर तामीर और नामुकम्मल इमारत की बावन्डरी और छत ढलाई पलास्टर खिड़की दरवाज़ा वगैरह के लिए रक़म की ज़रूरत है।
- नई इमारत : नई इमारत का पलास्टर खिड़कियाँ, गिरिल,रंग, (Painting) और दूसरी ज़रूरियात के लिए सामान व रक़म की ज़रूरत है।
- हर क्लास के फर्नीचर कुर्सी टेबल हाई डेस्क बैंच वगैरह
- इनायत म्युज़ियम (Enayeth Museum) यानी अजाएब घर और साइंस लैबोरेटरी (तजुरबागाह) के लिए अलैहदा अलैहदा इमारत की तामीर
- शोबा-ए-हिफ्ज़ ओ तजवीद के लिए अलैहदा इमारत की तामीर।
- जी0 एम0 जी0 ओ0 उर्दू हाई स्कूल सिनियर सेकेण्डरी हाई स्कूल के लिए अलग इमारत की तामीर
- वोकेशनल कोर्स (Vocational Course) जिस को इंजिनियरिंग से कोई वास्ता नहीं (नन इंजिनियरिंग ट्रेड) के लिए एक बड़े हॉल की सख़्त ज़रूरत है।